सहारनपुर। कुष्ठ रोग के खिलाफ चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए गए अभियान के अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं। सीएमओ बीएस सोढ़ी ने आज बताया कि राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ रोगियों का निःशुल्क उपचार किया जाता है। पिछले पांच सालों में इस अभियान से सकारात्मक नतीजे सामने आए है। वर्ष 2015 में कुष्ठ रोगियों की संख्या सहारनपुर जनपद में 148 थी। वर्ष 2016 में 123 और वर्ष 2017 में 103 और वर्ष 2018 में 100 थी वहीं बीते वर्ष 2019 में यह संख्या घटकर मात्र 85 रह गई। इसमें 53 पुरूष और 32 महिलाएं हैं इसमें कोई भी बच्चा इस रोग से ग्रस्त नहीं है। इस अभियान के जिला नोडल अधिकारी डा. धर्मवीर ने बताया कि यह रोग छूने से नहीं फैलता है।
कुछ रोगियों के छींकने से 3 से 4 फीसद तक कम प्रतिरोगात्मक शक्ति वाले लोगों को संक्रमण हो सकता हैं। सीएमओ बीएस सोढ़ी ने आगे बताया कि महात्मा गांधी ने अपने जीवनकाल में कुष्ठ रोगियों की भरपूर सेवा की और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किए। इसलिए उनकी पुण्यतिथि 30 जनवरी जिसे राष्ट्रीय कुष्ठ रोग दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस जागरूकता अभियान के रूप में 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा। कुष्ठ रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डा. धर्मवीर ने बताया कि कुष्ठ रोग माइको बेक्ट्रीरिया लेप्राई और लेप्रो मेटोसिस कीटाणुओं से फैलता है। इस रोग का पूरी तरह से उपचार छह माह से एक साल के भीतर रोगी रोगमुक्त हो जाता है।